Siddhant’s Chit Chat with Dr. Umakantanand Saraswati Ji Maharaj
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अभी हाल में द्वारका में भोजपुरी सम्मलेन का भव्य आयोजन हुआ इसमें भोजपुरी इंडस्ट्री के सितारों ने शिरक़त की इसमें और भी माननीय अतिथि थे। रेडियो द्वारका की टीम को अवसर मिला जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी डॉ उमाकान्तानंद सरस्वती जी महाराज से बात करने का अवसर प्राप्त हुआ उन्होंने आध्यात्म के स्वरुप पर प्रकाश डाला। स्वामी जी के अनुसार प्यार, ईमानदारी, संगठन की तो आध्यात्म के रूप है। किताबी ज्ञान प्राप्त कर के तब तक कोई लाभ नहीं, जब तक वो हमें जीवन जीने की कला न सिखाये। आजकल की युवा पीड़ी पैसे की ओर तो भाग रही है पर वो ज़िन्दगी को नहीं समझ पा रहे है इस लिए आजकल अवसाद एक बड़ी बीमारी बन चूँकि है। स्वामी जी का मानना हैं की कर्म ही धर्म है और कृपया धर्म के नाम पर अंधविश्वास न फैलाये।
"धर्म वह संकल्पना है जो एक सामान्य पशुवत मानव को प्रथम इंसान और फिर भगवान बनाने का सामर्थय रखती है ।"–स्वामी विवेकांनंद
कार्यक्रम को सुनने के लिए, कृपया पिक्चर पर क्लिक करे।
सिद्धांत 'जय' सक्सेना और सनी कुमार,
रेडियो द्वारका
भारत का प्रथम ऑनलाइन कम्युनिटी रेडियो,